भारत के मुख्यमंत्रियों ने संघवाद का ख़राब उदाहरण पेश किया है. वे कोविड-19 क्षेत्रों के सीमांकन पर निर्णय लेने के लिए अधिक स्वतंत्रता चाहते हैं, लेकिन लॉकडाउन का विस्तार करने के लिए केंद्र पर निर्भर रहते हैं. जिससे अर्थव्यवस्था ख़राब हुई है और फिर वे केंद्र से वित्तीय सहायता की उम्मीद रखते हैं. वे जिम्मेदारी से भागकर गेंद एक दूसरे के पाले में डाल रहे हैं.