लखनऊ: कोरोनावायरस के प्रकोप का असर देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार पर भी पड़ा है. ऐसे में अर्थव्यवस्था बेहतर करने व नए रोजगार पैदा करने के लिए यूपी सरकार 100 से अधिक अमेरिकी कंपनियों से एमओयू साइन करेगी. अडोब, मास्टरकार्ड समेत कई कम्पनियां यूपी के गांव को डिजिटल बनाने के लिए निवेश करने की इच्छुक हैं. वहीं यूपी सरकार उन कंम्पनियों को भी आकर्षित करने में जुटी है जो कोरोनावायरस के कारण चीन से अपना बेस शिफ्ट करना चाहती हैं.
यूपी सरकार के प्रवक्ता व निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा कि अमेरिका की 100 से ज्यादा कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत हुई, जो यूपी में अपना निवेश बढ़ाना चाहते हैं. मास्टर कार्ड यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों के किराने की दुकानों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू करना चाहती है, तो वहीं लॉजिस्टिक कंपनी यूपीएस और फ्रेडिक्स जेवर एअरपोर्ट पर लाॅजिस्टिक सेंटर बनाने में निवेश करना चाहती है.
वहीं, एडोब भी डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए निवेश की इच्छुक है. तो बोस्टन साइंटिक कम्पनी ने उत्तर प्रदेश में मेडिकल इक्विपमेंट प्लांट लगाने के लिए निवेश की पेशकश की है. इसको लेकर पहली वीडियो काॅन्फ्रेसिंग मंगलवार को हुई थी, जिसमें निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी हिस्सा लिया, जल्द ही अगले चरण की बातचीत भी होगी.
एमएसएमई के जरिए बढ़ेगा रोजगार
यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि सरकार का फोकस माइक्रो, स्माल एंड मीडियम साइज्ड एंटरप्राइज (एमएसएमई) को बढ़ावा देने का है. उनके मुताबिक, यूपी में लगभग 90 लाख एमएसएमई यूनिट्स हैं. वहीं राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त जमीन, जल संसाधन सहित बेहतर माहौल है. भरपूर संख्या में लेबर भी उपलब्ध हैं. कनेक्टिविटी के लिए एक्सप्रेस-वे का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा कई छोटे शहरों में एयरपोर्ट भी शुरू होने वाले हैं.
मौजूदा परिस्थितियों में डिजिटलाइजेशन पर फोकस
यूपी सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मौजूदा लाॅकडाउन और आन वाले समय को ध्यान में रखते हुए सरकार की कोशिश होम डिलीवरी व ई-पेमेंट को बढ़ावा देने की है. जबकि गांव और कस्बों में अभी तक अधिकतर नकदी का ही इस्तेमाल होता है. ऐसे में सरकार उन निवेशकों को जोड़ना चाह रही है जिससे गांव व कस्बों में भी डिजिटलाइजेशन बढ़े. वहीं, दुकानों पर भीड़ इकट्ठे होने के बजाय वस्तुओं की होम डिलिवरी कराई जा सके.
चीन से बेस शिफ्ट करने की इच्छुक कंपनियों पर नजर
सीएम योगी की ओर से एक टीम का गठन भी किया गया है, जो यूएसए व जापान से जुड़ी कंपनियों से संवाद करेगी. खासतौर से जो अपना बेस चीन से भारत करना चाहती हैं. पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से जारी बयान कहा गया था कि कोरोनावायरस के कारण पैदा हुईं मौजूदा परिस्थितियों में कई कम्पनियां अमेरिका, जापान और चीन से अपना निवेश निकालना चाहती हैं. यह यूपी के लिए मौका हो सकता है. हमें अपनी ओर से तैयारी करनी चाहिए ताकि चीन से हटने वाली कंपनियां भारत खासतौर पर यूपी आ सकें. इन कंपनियां में कई आईटी कंपनियां व निर्माण क्षेत्र से जुड़ी होंगी.
इसके लिए औद्योगिक आयुक्त, प्रमुख सचिव एमएसएमई व दोनों मंत्रालयों के मंत्रियों को नजर बनाए रखने को कहा गया है.