नई दिल्ली: टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने कहा है कि वह टीकाकरण के खिलाफ हैं और खेल में वापस लौटने के लिए कोरोनावायरस का टीका लगवाना जरूरी नहीं समझते हैं.
17 बार के ग्रैंड स्लैम खिताब विजेता जोकोविच ने रविवार को अन्य सर्बियाई एथलीटों के साथ एक फेसबुक चैट के दौरान अपने वैक्सीन-विरोधी विचारों का खुलासा किया.
उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से, मैं टीकाकरण के खिलाफ रहा हूं और मैं यह नहीं चाहता कि यात्रा करने में सक्षम होने के लिए कोई मुझे कोरोनावायरस का टीका लेने पर मजबूर करे.’
कोरोनावायरस महामारी के कारण जुलाई तक सभी टेनिस टूर्नामेंट रद्द कर दिए गए हैं. विश्व का सबसे बड़ा टेनिस मुकाबला विंबलडन भी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द किया गया है.
वर्तमान में कोरोनावायरस के लिए कोई टीकाकरण उपलब्ध नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि इसके लगभग 12-18 महीनों में विकसित होने की संभावना है.
सर्जरी के भी खिलाफ
जोकोविच को उनके अध्यात्मवाद के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने अपनी चोटों के इलाज के लिए एक क्वांटम हीलर की सलाह मांगी थी क्योंकि वह लोकप्रिय चिकित्सा से असंतुष्ट थे. ये इलाज का एक विवादास्पद रूप माना जाता है, जो बीमारियों का निदान करने के लिए क्वांटम फिजिक्स पर निर्भर है.
उनकी कोहनी की चोट के लिए एक सर्जरी के विरोध में 2017 में उनके कोच आंद्रे अगासी के साथ भी उनका अलगाव हो गया क्योंकि उन्होंने पारंपरिक इलाज के बजाय वैकल्पिक और समग्र इलाज को प्राथमिकता दी थी.
हालांकि, 2018 में जोकोविच ने ऑपरेशन करवा लिया और द टेलीग्राफ को बताया कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि सर्जरी के करवाने के कारण उन्होंने खुद को निराश किया था.
उन्होंने कहा था तथाकथित तौर पर टेलीपैथी और टेलिकिनेज़ीस (अंतर्ज्ञान) में भी विश्वास रखते हैं. ‘मुझे लगता है कि ये दिव्य शक्ति के उपहार हैं, जो हमें खुद में मौजूद शक्ति और उच्चतर आदेश को समझने की अनुमति देता है. हमारे पास अपने अवचेतन को प्रोग्राम करने की शक्ति है.’
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