नई दिल्ली: व्हाट्सएप्प ने एक नया फीचर निकाला है. जिसके अनुसार किसी फॉरवर्ड किये हुए मैसेज को एक बार में एक से ज्यादा लोगों को नहीं भेजा जा सकेगा. मैसेजिंग एप्प ने ये फीचर कोरोनावायरस के चलते फेक न्यूज़ पर लगाम लगाने के लिए जारी किया है.
इस नए फीचर के अनुसार ऐसे मैसेज जिन्हें पांच बार से ज्यादा फॉरवर्ड किया जा चुका है, उसे कोई व्यक्ति एक साथ कई लोगों को नहीं भेज सकेगा. अब तक व्हाट्सएप्प में कोई भी मैसेज एक से अधिक लोगों को भेजने के लिए आप एक साथ जितने चाहे उतने लोगों को सेलेक्ट कर मैसेज फॉरवर्ड कर सकते थे, पर अब इस नए फ़ीचर के बाद ऐसा संभव नहीं हो पायेगा. फेसबुक द्वारा संचालित कंपनी ने तेज़ी से वायरल होती फेक ख़बरों के चलते ये फैसला लिया.
कंपनी द्वारा जारी एक अधिकारिक घोषणा में कहा गया कि हमारे नए बीटा संस्करण में बार-बार फॉरवर्ड किये जाने वाले मैसेज के आगे एक सूक्ष्मदर्शी गिलास का चिन्ह भी बना होगा. जिस पर क्लिक करके यूजर इन्टरनेट पर जाकर उस खबर की सत्यता की जांच भी कर सकते हैं.’ इस तरह से देखकर फॉरवर्ड करने पर अफवाहों के फैलने पर कुछ हद तक रोक लगायी जा सकती है.’
जनवरी 2019 में व्हाट्सएप्प ने मेसेज फॉरवर्ड करने के लिए एक वैश्विक सीमा तय की थी. विश्व स्वास्थय संगठन, यूनिसेफ और यूएनडीपी के साथ मिलकर व्हाट्सएप्प कोरोनावायरस इनफार्मेशन हब भी लांच किया गया. ताकि इस बीमारी से जुड़ी सही जानकारी लोगों तक पहुंचाई जा सके. हाल ही में भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी व्हाट्सएप्प के साथ मिलकर ‘मायजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क‘ की शुरुआत की. इसी तरह की सेवाएं दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात और केरल में भी लागू की गयी हैं. ताकि कोरोनावायरस से जुडी सही और सटीक जानकारी हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ स्थानीय भाषाओं में भी लोगों तक पहुंचाई जा सके.
कोरोनावायरस के इस दौर में प्रशासन और सरकारें फेक न्यूज़ से निपटने के लिए अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहे हैं. अभी हाल ही में फेक न्यूज़ पर रोक लगाने के लिए इंदौर प्रशासन ने लिखित आदेश जारी कर जिले के सभी व्हाट्सएप्प समूहों के एडमिन को निर्देशित किया कि फिलहाल वे अपने समूहों को केवल स्वयं की पोस्ट के लिये सीमित कर लें. इसके बाद रातों रात हजारों ग्रुप्स की सेटिंग बदल गयी.