वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा है कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट की मांग की है जिससे की अमेरिका में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का इलाज संभव हो सके.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस कोरोनावायरस टास्क फोर्स ब्रीफिंग के दौरान कहा कि नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर हुई बात के दौरान उन्होंने अधिक से अधिक हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन अमेरिका भेजने के लिए कहा है. ट्रंप ने यह भी कहा, ‘मैं अपने डॉक्टर से बात करके इस दवा को लूंगा.’ शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप सहित विश्व के कई समकक्षों से बात की है.
अमेरिका में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 3,00,000 हो गई है और देश में 8,100 से ज्यादा लोग इस संक्रमण के कारण जान गंवा चुके हैं. दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों पर नजर रख रहे बाल्टीमोर स्थित जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय ने शनिवार को ये आंकड़ें दिए.
उसने बताया कि अमेरिका में संक्रमण के कम से कम 3,00,915 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 8,162 लोगों की मौत हो चुकी है.
ट्रंप ने कहा यह भी कहा, ‘भारत यह दवा भारी मात्रा में बनाता है और उसे अपने करोड़ों लोगों के लिए भी इसकी बहुत जरूरत है. लेकिन पीएम ने मुझे आश्वस्त किया है कि वह हमारी मदद करेंगे.’
भारत सरकार ने मलेरिया के लिए दी जा रही इस दवा के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी है.
पीएम मोदी ने की अपने समकक्षों से की बात
कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुई स्थिति से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शनिवार को विस्तृत बातचीत की. दोनों नेताओं ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत-अमेरिका साझेदारी की पूरी ताकत का उपयोग करने का संकल्प लिया.
मोदी ने इसके अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज पेरेज कास्टेजोन से भी कोरोना वायरस से निपटने के मुद्दे पर अलग-अलग बातचीत की मोदी ने इस बातचीत के बारे में ट्वीट कर कहा, ‘‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर विस्तृत चर्चा हुई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी चर्चा काफी अच्छी रही और हमने कोविड-19 से निपटने में भारत-अमेरिका साझेदारी की पूरी ताकत का उपयोग करने पर सहमति व्यक्त की.’’ गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 2,78,458 मामले सामने आये हैं और 7,100 से अधिक मौतें हुई हैं.
वहीं, भारत में 3,000 से अधिक मामले दर्ज किये गये हैं और 97 लोगों की मौतें हुई हैं.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो से भी फोन पर बातचीत की, जिस दौरान कोरोना वायरस की महामारी से दोनों देशों द्वारा मिलकर निपटने के उपायों पर चर्चा की.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत और ब्राजील कैसे संयुक्त रूप से कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ काम कर सकते हैं इसे लेकर ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो से फोन पर बहुत ही उपयोगी बातचीत हुई.’’
बोलसोनारो ने भी पुर्तगाली भाषा में ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बातचीत की जानकारी दी.
बोलसोनारो ने कहा कि उन्होंने मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के उत्पादन के लिए कच्चे माल की आपूर्ति जारी रखने का अनुरोध किया.
ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि हम लोगों की जान बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से पैदा हालात पर स्पेन के अपने समकक्ष पेड्रो सांचेज पेरेज कास्टेजोन से भी बातचीत की और दोनों नेता वैश्विक महामारी से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर सहमत हुए.
टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान मोदी ने स्पेन में हुई मौतों पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की और स्पेन के प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि भारत अपनी क्षमता के मुताबिक मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहेगा .
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘दोनों नेता वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर सहमत हुए .’’
स्पेन के प्रधानमंत्री, मोदी की इस राय से सहमत हुए कि ‘‘कोरोना वायरस के बाद’’ के दौर के लिए वैश्वीकरण की एक नयी मानव केंद्रित विचारधारा को परिभाषित किए जाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण पैदा स्थिति और इससे पैदा हुई जरूरतों के लिए दोनों देशों के अधिकारी एक -दूसरे के संपर्क में बने रहेंगे.
पिछले कुछ दिनों में, मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कुवैत के प्रधानमंत्री शेख सबा अल-खालिद अल-हमद अल-सबा समेत विश्व के कई नेताओं के साथ कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर टेलीफोन पर बातचीत की है.