नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन पश्चिम में इस महीने की शुरुआत में बड़ी धार्मिक सभा की अगुवाई करने वाले मौलाना साद के खिलाफ कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोई जनसभा आयोजित नहीं करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने संबंधी सरकारी आदेशों के उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया है.
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज के मौलाना साद के खिलाफ सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के मामले में महामारी रोग कानून और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जमात के मुख्यालय मरकज निज़ामुद्दीन ने कहा है कि उसने कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया है. उसने अपने परिसर में पृथक केंद्र स्थापित करने की भी पेशकश की है.
उसने कहा, ‘जब जनता कर्फ्यू का ऐलान हुआ, तो बहुत सारे लोग मरकज में रह रहे थे. 22 मार्च को प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया तो उसी दिन मरकज बंद कर दिया गया. बाहर से किसी भी आदमी को नहीं आने दिया गया.’
इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक हजरत निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में भाग लिय था. रविवार रात को मरकज में रह रहे कई लोगों में कोविड-19 के लक्षण नजर आने लगे थे और अर्द्धसैन्य अधिकारियों ने पूरे इलाके को सील कर दिया था लेकिन प्राधिकारियों को इस आयोजन के कारण वायरस के फैलने की आशंका है.
तेलंगाना सरकार ने सोमवार देर रात बताया कि इस सभा में भाग लेने वाले छह लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को बताया कि जमात में भाग लेने वाले 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं और मरकज में रह रहे 440 से अधिक लोगों में बीमारी के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
मरकज में हिस्सा लेने वाले तमिलनाडु के 50 लोग कोविड-19 से संक्रमित
तमिलनाडु हेल्थ सिक्योरिटी ने स्पष्ट किया कि 45 मामलों के अलावा, 5 अन्य मामले भी आज दर्ज किए गए, जो मरकज़, निजामुद्दीन, दिल्ली में एकत्रित हुए थे. दिल्ली में सभा में भाग लेने वाले कुल 50 लोगों को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया है.
तमिलनाडु की स्वास्थ्य सचिव नीला राजेश ने कहा कि तमिलनाडु के 1500 सदस्यों में से जिन्होंने दिल्ली (मरकज़, निज़ामुद्दीन) में सम्मेलन में भाग लिया, 1130 राज्य वापस आ गए, बाकी दिल्ली में रहे. वापस लौटे 1130 में से हमने कई जिलों में 515 की पहचान की है.
उन्होंने कहा कि इन लोगों में से जिन्होंने दिल्ली (मरकज़, निजामुद्दीन) में सम्मेलन में भाग लिया 50 को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया है. इसके अलावा 5 अन्य लोगों को भी आज पॉजिटिव पाया गया है. राज्य में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 124 हो गई है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कलेक्टर भोपाल तरुण पिथोडे ने कहा कि ऐसे कुल 36 लोगों की पहचान की गई है जो दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में सभा में शामिल हुए थे. उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है. नमूने परीक्षण के लिए एकत्र किए गए हैं.
वहीं पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि राज्य के कुल 6 व्यक्तियों ने दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज का दौरा किया, जिनमें से 5 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है, उन्हें अलग-थलग कर दिया गया है. टेस्ट किए जा रहे हैं.
अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी: गृह सचिव
भारत सरकार में गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि ऐसे लोगों ने, जिन्होंने हाल ही में भारत की यात्रा की है और वीजा नियमों व शर्तों की अवहेलना की है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी जिसमें उनको ब्लैकलिस्ट किया जाना भी शामिल है.
गृह सचिव ने कहा कि कोविड-19 संकट के बारे मे बहुत सारी झूठी अफवाहें देश भर में फैलायी जा रही हैं जिस कारण से देश में भ्रांति फैल सकती है. जो भी लोग इन झूठी अफवाहों को फैलाने में संलिप्त हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और आपदा प्रबंधन कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.