बीजिंग/द हेग/ईरान: चीन में कोरोनावायरस से लोगों की मौत होने का सिलसिला थम नहीं रहा है, शुक्रवार को इस जानलेवा संक्रामक बीमारी से 44 और लोगों की मौत हो गई तथा 327 नए मामले सामने आए.
हालांकि एक महीने से अधिक समय में कोरोनावायरस से रोज संक्रमित पाए गए लोगों की यह अब तक की सबसे कम संख्या है. इस विषाणु के कारण 42 लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई जो इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है. दो लोगों की मौत बीजिंग में हुई.
चीन में कुल 78,824 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए.
चीन में कोरोनावायरस के मामले कम हो रहे हैं जबकि अन्य देशों में इसके मामले बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस महामारी ‘निर्णायक मोड़’ पर है.
बता दें कि अमेरिका, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, रूस, मॉरीशस, म्यांमार, नीदरलैंड और नाइजीरिया में भी कोरोनावायरस ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. भारत में तो तीन मामले पॉजीटिव पाए गए थे और अब सभी मरीजों को छुट्टी दे दी गई है. लेकिन ईरान में अभी तक इस वायरस की चपेट में आने से 26 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इसके संक्रमण के मामलों में ईरान की उप राष्ट्रपति मसुमेह एब्तेकार भी शामिल हैं. ईरान के सात उप राष्ट्रपतियों में से एक मसुमेह एब्तेकार भी इससे पीड़ित हैं. वह महिलाओं के मामले को देखती हैं.
दक्षिण कोरिया में कोरोनावायरस के 256 नए मामले सामने आने के बाद इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर शुक्रवार को 2,022 हो गई. देश के रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र ने बताया कि 90 प्रतिशत से अधिक मामले दाएगू शहर और पड़ोसी उत्तर ग्योओंग्सांग में सामने आए हैं. देश में हालांकि शुक्रवार को इससे कोई मौत नहीं हुई और मृतक संख्या 13 बनी हुई है.
दक्षिण कोरिया में इस विषाणु से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि शिनचोनजी चर्च ऑफ जीसस के 2,10,000 से अधिक सदस्यों की चिकित्सकीय जांच शुरू कर दी गई। दरअसल दक्षिण कोरिया में इस विषाणु के संक्रमण के करीब आधे मामले इसी चर्च से जुड़े हैं इसलिए इसे देश में बीमारी का केंद्र माना जा रहा है.
दाएगू के मेयर क्वोन यंग जिन ने आशंका जताई है कि शहर में इस विषाणु से संक्रमित लोगों की संख्या आगामी दिनों में 3,000 तक पहुंच सकती है. जबकि नाईजीरिया में भी कोरोनावायरस ने दस्तक दे दी है. उप सहारा अफ्रीका में नाइजीरिया ने कोरोना वायरस के पहले मामले की शुक्रवार को पुष्टि की.
स्वास्थ्य मंत्री ओसागी एहनाइर ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, ‘यह मामला इतालवी नागरिक का है जो नाइजीरिया में काम करता है और 25 फरवरी को इटली के मिलान से नाइजीरिया के लागोस लौटा था.’
उन्होंने कहा, ‘मरीज की हालत स्थिर बनी हुई है और उसमें कोई गंभीर लक्षण नहीं देखने को मिले हैं. लागोस के याबा में संक्रामक रोगों के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.’
नाइजीरिया में इससे पहले पूरे अफ्रीका में वायरस के दो मामले सामने आए थे- एक मिस्र से और दूसरा अल्जीरिया से. चीन के साथ द्वीप के करीबी आर्थिक संबंधों के चलते इन मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी थी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस हफ्ते की शुरुआत में आगाह किया था कि अगर घातक कोरोना वायरस का प्रकोप फैलता है तो अफ्रीकी स्वास्थ्य तंत्र इससे निपटने में अक्षम है.
यहां तक कि चीन भी अपने देश में आ रहे कोरोना वायरस के मामलों से चिंतित है और उसने प्रभावित देशों से बीजिंग पहुंचने वाले लोगों को 14 दिन के लिए अलग रखने का आदेश दिया है.