नई दिल्ली : उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त इलाकों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गई. जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, गोकुलपुरी और आसपास के इलाकों में शांति रही लेकिन खौफ और दहशत का माहौल अभी बना हुआ. बृहस्पतिवार को मरने वाले लोगों की संख्या 33 पर पहुंच गई.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम आयुक्त डॉ दिलराज कौर ने कहा, ‘हमने आज समन्वय बैठक की है. यह दिल्ली पुलिस के साथ समायोजन का टीम प्रयास है. हम इलाकों को साफ करने के लिए अपने संसाधनों को लगा रहे हैं. हम इसे जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लाने की पूरी कोशिश करेंगे.
दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव का कहना है कि फिलहाल स्थिति सामान्य हो रही है. हम मामले दर्ज कर रहे हैं और कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं, जल्द ही हम गिरफ्तारियां करेंगे. मुझे उम्मीद है कि ये सभी चीजें सामान्य स्थिति होने में योगदान देंगी.
दिल्ली के चांद बाग इलाके में एक मेडिकल स्टोर के मालिक रईसुल इस्लाम कहते हैं, ‘स्थिति अब बेहतर है. मैं उन लोगों को दवाइयां उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा हूं जिन्हें तत्काल आवश्यकता है. सामान्य स्थिति लाने के लिए दोनों समुदायों के सदस्यों ने इस क्षेत्र में एक शांति मार्च निकाला है.
Delhi: A medical store owner Raisul Islam in Chand Bagh area says, "Situation is better now. I'm trying to provide medicines to the people who have urgent requirements. Members of both communities carried out a peace march in the area to help restore normalcy." #DelhiViolence pic.twitter.com/mzLPxWMNOF
— ANI (@ANI) February 27, 2020
वहीं, दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर ओपी मिश्रा ने चांद बाग इलाके में फ्लैग मार्च के दौरान घोषणा करते हुए कहा किराना, मेडिकल और अन्य दुकानें खोली जा सकती हैं. डरने की कोई बात नहीं है. पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए यहां है. विशेष रूप से युवा कृपया समूहों में इकट्ठा न हों.
#WATCH Delhi Police Joint Commissioner OP Mishra during a flag march in Chand Bagh area announces, "Grocery, medical and other shops can be opened. There is nothing to fear, police are here for your security. Please don't assemble in groups, especially the youth". #DelhiViolence pic.twitter.com/nYhseSjf00
— ANI (@ANI) February 27, 2020
ज्यादातर दुकानें बंद रही और उनके दरवाजों पर हिंसा के निशान साफ देखे जा सकते हैं जिसने पिछले कुछ दिनों से लोगों को खौफजदा कर दिया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक दिन पहले इन इलाकों का दौरा किया और लोगों को भी आश्वस्त किया कि सुरक्षा बल उनके साथ खड़े हैं.
रविवार से हो रही हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च किए और भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी उत्तर पूर्वी जिले में तैनात हो गए.
दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि दिल्ली दमकल सेवा को दंगाग्रस्त इलाकों से बृहस्पतिवार को आधी रात से सुबह आठ बजे तक 19 फोन मिले.
उन्होंने बताया कि इलाके में 100 से अधिक दमकलकर्मी तैनात हैं और इलाके के सभी चार दमकल केंद्रों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दमकल की अतिरिक्त गाड़ियां दी गई और वरिष्ठ अधिकारी निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी दंगा प्रभावित इलाकों में डेरा डाले हुए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)