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Thursday, 21 November, 2024
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आज शाम 6 बजे दिल्ली में थम जाएगा प्रचार, शाह समेत सारे बड़े नेता उतरे सड़कों पर

आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन क्या कांग्रेस, क्या आप और क्या भारतीय जनता पार्टी राज्य के हर आखिरी वोटर तक पहुंचने की जुगत में है.

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नई दिल्ली: ‘शाहीन बाग’ में पिछले दो महीने से धरना ‘प्रदर्शन’, ‘बिरयानी’, ‘पाकिस्तान’, ‘बेरोजगारी’, आतंकवादी के साथ-साथ ‘गद्दारों..’और ‘गोली मारो’ जैसे भड़काऊ भाषण के बाद आज से दिल्ली विधानसभा के लिए चल रहे  चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है. दिल्ली के नौ जिलों में चल रहा धुआंधार प्रचार शाम 6 बजे थम जाएगा.. वैसे तो दिल्ली चुनाव आयोग ने जहां शाहीन बाग सहित कुछ इलाके संवेदनशील बताए हैं वहीं राजनीतिक पार्टियां प्रचार के आखिरी दिन पूरी दिल्ली में सड़क पर उतर आई हैं…क्या गृहमंत्री अमित शाह, सायना नेहवाल, भोजपुरी कलाकार से लेकर बॉलीवुड के संगीतकार विशाल डडलानी, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज एक बार फिर दिल्ली की सड़क पर नज़र आएंगे.

आप अपनी मजबूती पर कायम

पिछले पांच सालों से शासन कर रही आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के बीच अपने काम और केजरीवाल के चेहरे के साथ एकबार फिर वापसी चाहती है..दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने साथी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ खुद प्रचार की कमान संभाली है..प्रचार समाप्ति के आखिरी दिन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपने विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज इलाके में ‘पदयात्रा’ करेंगे वहीं केजरीवाल एकबार फिर मीडिया के बीच हैं और उन्हें इंटरव्यू देकर लोगों तक अपनी पहुंच बरकरार रखे हुए हैं. केजरीवाल का कहना है हमें वोट हमारे पिछले वर्षों में किए गए काम पर वोट दो..

पार्टी पिछले पांच सालों पर मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने से लेकर बिजली पानी मुफ्त किए जाने, महिलाओं की बसों में यात्रा मुफ्त किए जाने से लेकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बसों में मार्शल, कॉलोनियों में सीसीटीवी लगाए जाने के साथ दिल्ली की जनता के बीच पहुंची हैं.

केजरीवाल कह रहे हैं, ‘एकबार फिर उनकी पार्टी को जीत दिलाने के लिए मतदान करें और काम पर वोट करें.’ नागरिक संशोधन कानून का विरोध करने के बाद केजरीवाल को जब यह महसूस हुआ कि दरकिनार हो सकते हैं तो वह पलट गए और उन्होंने पूरा मामला ध्रुवीकरण की ओर मोड़ दिया. केजरीवाल ने कहा, ‘भाजपा ने विधानसभा चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की, नतीजे बताएंगे कि वह सफल हुई या नहीं.’


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आरोप प्रत्यारोप पर हुए चुनाव प्रचार के दौरान ने जहां केजरीवाल ने गृहमंत्री को चुनौती दी वहीं उन्होंने यह भी कहा, ‘लोग जानना चाहते हैं कि भाजपा का मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा, उन्होंने पूछा कि क्या होगा अगर वह (भाजपा) संबित पात्रा या अनुराग ठाकुर को चुनौती है.’

उन्होंने यह भी पूछा कि क्यों शाहीन बाग में इतने महीनों से प्रदर्शन हो रहा है आखिर अमित शाह को कौन सी चीज है जो उन्हें रोक रही है और वह इसे प्रदर्शनकारियों से खाली नहीं करवा पा रहे हैं.

केजरीवाल ने दावा किया है कि इसबार हम 70 की 70 सीटों पर जीत रहे हैं.

बता दें कि 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 15 सालों से दिल्ली में काबिज रही कांग्रेस पार्टी को दिल्ली की जनता ने सिरे से खारिज कर दिया था और पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी. जबकि भाजपा को 3 सीट से ही संतोष करना पड़ा था वहीं आप ने 67 सीटों पर कब्जा कर पहली बार राजनीति में आई और सत्ता पर काबिज हुई.

आप-भाजपा में सीधी टक्कर

आम आदमी पार्टी जहां पिछले पांच सालों में अपने काम के बदले दिल्ली की जनता से वोट मांग रहे हैं वहीं केंद्र में काबिज़ भारतीय जनता पार्टी दो दशक से दिल्ली से दूर रहने के बाद एकबार फिर से यहां अपना शासन पाने के लिए एड़ी-चोटी का पसीना बहा रही है..

दिल्ली में वापसी के लिए भाजपा की कमान संभाली है देश के गृहमंत्री अमित शाह ने.  पिछले एक महीने शाह की हर दिन दिल्ली में कहीं न कहीं जरूर रैली रही है या फिर वह डोर-टू-डोर कैंपेन के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश की है..प्रचार के आखिरी दिन भी शाह तीन रैलियां कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह आज पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी, हरी नगर और मादिपुर विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो करेंगे जबकि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा मुंडक और सुलतानपुर माजरा में रोड-शो करेंगे.

सीमापुरी में अमित शाह ने रोड शो किया इस दौरान एलजेपी के प्रमुख चिराग पासवान और दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद थे. खबर ये भी है कि भोजपुरी गायक और अभिनेता निरहुआ, रवि किशन तो प्रचार करेंगे साथ ही हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं सायना नेहवाल भी दिल्ली में रोड शो कर सकती हैं.


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वहीं भाजपा जिसने 2015 के चुनाव में महज तीन सीट ही हासिल कर पाई थी इसबार दुगुनी ताकत के साथ प्रचार कर रही है..इसका नज़ारा तब देखने को मिला जब पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, विजय रूपाणी के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अनुराग ठाकुर को सड़क पर उतारा और उन्होंने पार्टी की जीत के लिए एड़ी चोटी की मेहनत की.

कांग्रेस भी जोश में, सत्ता वापसी के लिए लगाया जोड़

कांग्रेस पिछले तीन दिनों से काफी जोश में है और शीला सरकार के दौरान दिल्ली में किए गए बेहतरीन काम की तरफ जनता का ध्यान आकर्षित करने में जुटी है…पिछले चुनाव में एक भी सीट न जीत पाने वाली कांग्रेस की पूरी उम्मीद एकबार फिर पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से है.

ये बात अलग है कि पार्टी जहां इस चुनाव में देर से सामने आई है वहीं राहुल और प्रियंका भी उस मजबूती से सामने नहीं आ सके हैं. लेकिन पार्टी बार-बार शीला सरकार के 15 सालों में दिल्ली के किए गए काया पलट को याद दिला रही है. मेनिफेस्टो में भी शीला के नाम पर पेशन योजना शुरू करने की बात कही है.

अब देखना मजेदार होगा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को वोट डालने जाने वाली दिल्ली की जनता किसे अपने शहर का कार्यभार सौंपना चाहती है.

आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन क्या कांग्रेस, क्या आप और क्या भारतीय जनता पार्टी राज्य के हर आखिरी वोटर तक पहुंचने की जुगत में है.

2015 में मौजूदा कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देने वाली आप पार्टी एकबार फिर केजरीवाल के चेहरे तले यह चुनाव लड़ रही है.

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