बेंग्लुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा 10 विधायकों के साथ आखिरकार छह माह पुराने अपने मंत्रिमंडल का बृहस्पतिवार को विस्तार कर दिया है. शपथग्रहण करने वाले सभी 10 मंत्री दलबदलू हैं, जिन्होंने दो महीने पहले उपचुनाव जीता है.
मंत्रियों ने राज भवन में सादे समारोह में शपथ ली. राज्यपाल वजुभाई वाला ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
बागी 10 विधायकों जिन्हें नये मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है वे एस टी सोमशेखर (यशवंतपुर निर्वाचन क्षेत्र), रमेश जारकीहोली (गोकक), आनंद सिंह (विजयनगर), के सुधाकर (चिकबल्लापुर), बी बासवराज (के आर पुरम), ए. शिवराज हेब्बार (येल्लापुर), बी सी पाटिल (हिरेकेरुर), के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट), के सी नारायण गौडा (के आर पेट) और श्रीमंत बालासाहेब पाटिल (कगवाड) हैं.
येदियुरप्पा ने अपने मंत्रिमंडल में 13 मंत्रियों को शामिल करने की घोषणा करने के लगभग एक सप्ताह बाद, राज्यपाल वजूभाई वाला को बुधवार को लिखा था कि वे केवल 10 के लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करेंगे.
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए, येदियुरप्पा ने कहा, ‘दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष और अन्य नेताओं के साथ चर्चा के बाद, गुरुवार को केवल 10 मंत्रियों के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया गया है.’
Karnataka MLAs Shivaram Hebbar, BC Patil, K Gopalaiah and Narayana Gowda took oath as Cabinet Ministers at Raj Bhawan in Bengaluru. pic.twitter.com/CSuipAL62l
— ANI (@ANI) February 6, 2020
येदियुरप्पा ने कैसे बनाई थी सरकार
जुलाई के आखिर में बीएस येदियुरप्पा ने काफी कम बहुमत वाली सरकार बनाई थी. वह प्रलोभन के जरिए 17 विधायकों के समर्थन से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार गिराने में सफल रहे और बाद सरकार बन ली.
वहीं जबकि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी थी, उसके पास 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में 104 सीटें थीं.
वह 17 में से 16 बागी कांग्रेस और जेडी (एस) के नेताओं को भाजपा में लाने में सफल रहे. बागी विधायकों की किस्मत ने कई मोड़ लिए. भाजपा को दिसंबर में राज्य में हुए उपचुनाव जीतने में इन बागी विधायकों में 11 शामिल रहे.
(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)