नई दिल्ली: जामिया में लंबे समय से चल रहे नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शन में बृहस्पतिवार को तब अफरा-तफरी मच गई जब वहां एक व्यक्ति बंदूक लेकर घुस आया. पुलिस के मुताबिक 19 साल का यह युवक जेवर का रहने वाला है और वह 12वीं कक्षा का छात्र है.
युवक द्वारा चलाई गई गोली से एक छात्र शादाब फारूक घायल हुए हैं जिनके बाएं हाथ पर चोट आई हैं. उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर ले जाया गया है.
पुलिस के ही मुताबिक गोली चलाने वाला सिरफिरा उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर ज़िले यानी नोएडा के जेवर का रहने वाला है. उसके फेसबुक प्रोफाइल में में अपना नाम भी बताया है (अदालती आदेश और सुरक्षा कारणों से हम नाम नहीं छाप रहे हैं) हमारा….??. BIO में इतना काफी है ?. बाकी सही समय आने पर..जय श्री राम????.’
फेसबुक के कवर पिक्चर में उसने तलवार को होठों से चूमते एक तस्वीर लगा रखी है. इसी प्रोफ़ाइल में उसने उत्तर प्रदेश के कासगंज के उस चंदन की तस्वीर लगा रखी है जिसकी मौत 26 जनवरी 2018 को निकाली गई एक तिरंगा यात्रा के दौरान हो गई थी.
कासगंज में 2018 में निकाली गई इस यात्रा के दौरान तब हिंसा हो गई थी जब यात्रा में शामिल तीन दर्ज़न बाइक सवार अल्पसंख्यकों के इलाके बद्दु नगर पहुंचे. यहां की कोतवाली के बलिराम गेट के पास बद्दु नगर का इलाका है और यहां स्थानीय लोगों ने इस यात्रा का विरोध किया जिसके बाद बहस और फिर हिंसा शुरू हो गई.
इसी में चंदन की जान चली गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उक्त गोली चलाने वाले युवक ने जामिया में हमले के दौरान ये भी कहा कि वो यहां तिरंगा यात्रा के दौरान हुई चंदन की मौत का बदला लेने आया है. गोली चलाने से पहले उसने कुछ फेसबुक लाइव और अपने स्टेटस में पहले से ऐसे हमले की धमकी दे रखी थी.
हालांकि, इन वीडियो और स्टेटस में उसने दिल्ली में सीएए के एक और प्रदर्शन स्थल शाहीन बाग़ पर हमले की बात कही थी. इसे लिखे जाने के दौरान उसकी फेसबुक प्रोफाइल ठीक से काम नहीं कर रही. कोई फेसबुक लाइव प्ले नहीं हो रहा और तस्वीरों पर क्लिक करने पर नीचे लिखा संदेश दिखा रहा है.
जामिया की घटना से जुड़ी सबसे लंबी 47 सेकेंड की एक वीडियो में युवक पिस्तौल लहराता दिख रहा है जिसे उसने प्रदर्शनकारियों की तरफ़ तान रखा है. इस दौरान वो उल्टे कदमों से पुलिस की ओर बढ़ रहा होता है और उसके गोली चलाने तक दिल्ली पुलिस मूक दर्शक बनी चुपचाप सब देख रही होती है. इसकी वजह से पुलिस की काफ़ी आलोचना हो रही है.
हमले के ठीक पहले किए गए पोस्ट में उक्त युवक ने लिखा था, ‘मैं यहां अकेला हिंदू हूं.’ ऐसे ही एक और पोस्ट में उसने लिखा था, ‘मेरे परिवार का ख़्याल रखना.’ उसके प्रोफाइल को लेकर वित्त राज्य मंत्री और भाजपा नेता अनुराग ठाकुर पर भी सोशल मीडिया पर हमले किया जा रहे हैं.
ठाकुर ने हाल ही में दिल्ली चुनाव से जुड़ी एक रैली के दौरान वहां मौजूद समर्थकों से ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो ** जैसा’ आपत्तिजनक नारा लगावाया था जिसके बाद से चुनाव आयोग ने उन्हें दिल्ली चुनावों के मद्देनज़र तीन दिन तक प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
दोषी को बख्शा नहीं जाएगा: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने जामिया क्षेत्र में फायरिंग की घटना पर कहा, ‘आज मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है, कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. केंद्र सरकार ऐसी किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, इसे गंभीरता से लिया जाएगा और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.’
अमित शाह के ट्वीट को रीट्वीट कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, ‘ये दिल्ली में क्या हो रहा है? दिल्ली की क़ानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. कृपया दिल्ली की क़ानून व्यवस्था को सम्भालिये.’
ये दिल्ली में क्या हो रहा है? दिल्ली की क़ानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। कृपया दिल्ली की क़ानून व्यवस्था को सम्भालिये https://t.co/jtBtDqncND
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 30, 2020
कैसे शुरू हुआ ये पूरा मसला
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के ऊपर गुरूवार दिन में एक शख्स ने गोली चला दी. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने ही उसे पकड़ लिया, इस धड़-पकड़ में जामिया का एक छात्र घायल हो गया है जिसे एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. एनआरसी और सीएए संशोधन कानून के विरोध में जब छात्र प्रदर्शन कर रहे थे तभी एस्कॉर्ट मुजेसर मेट्रो स्टेशन की तरफ़ झाड़ियों से एक व्यक्ति बाहर निकला और उसने प्रदर्शनकारी छात्रों पर गोली चलाने की कोशिश की.
जामिया के छात्र शहर के जामिया इलाके में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का एक समूह आज जामिया से लेकर राजघाट तक रैली निकालने वाले थे.
जामिया के चीफ़ प्रॉक्टर वसीम अहमद ख़ान ने दिप्रिंट से कहा, ‘हमलावर अचानक से झाड़ी में से निकला और गोली चला दी.’