नयी दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के ऊपर एक शख्स ने गोली चला दी है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने ही उसे पकड़ लिया, इस धड़-पकड़ में जामिया का एक छात्र घायल हो गया है जिसे एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. एनआरसी और सीएए संशोधन कानून के विरोध में जब छात्र प्रदर्शन कर रहे थे तभी एस्कॉर्ट मुजेसर मेट्रो स्टेशन की तरफ़ झाड़ियों से एक व्यक्ति बाहर निकला और उसने प्रदर्शनकारी छात्रों पर गोली चलाने की कोशिश की.
जामिया के छात्र शहर के जामिया इलाके में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का एक समूह आज जामिया से लेकर राजघाट तक रैली निकाल रहा है.
घटना के समय वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और कई मीडिया समूह के लोग मौजूद थे.
शाहीन बाग़ में पिस्तौल लहराए जाने की घटना के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) विश्वविद्यालय में भी गुरुवार को ऐसी ही घटना सामने आई है.
हमलावर की गोली से एजेके जनसंचार शोध सेंटर (
चीफ़ प्रॉक्टर ने कहा कि गोली से एजेकेएमसीआर के पहले साल के छात्र शादाब मामली रूप से घायल हो गया है. उन्होंने जानकारी दी कि छात्र के हाथ में चोट आई है. उन्होंने ये भी बताया कि दिल्ली पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक हमलावर से पुलिस पूछताछ कर रही है.
गोली चलाने वाले की पहचान पुलिस ने उजागर नहीं की है. इस रैली के दौरान वह गोली चलाने वाला कथित युवक लगातार फेसबुक पर लाइव कर रहा था. उसने पिछले दो घंटे के भीतर एक के बाद एक न केवल कई वीडियो डाले हैं बल्कि वह बार-बार लिख रहा था कि मैं यहां अकेला हिंदू हूं और आज़ादी देने आया हूं. इस दौरान उसने फेसबुक पर यह भी लिखा कि जब वह मारा जाए तो उसे भगवा रंग में लपेटा जाए और उसके परिवार का ध्यान रखा जाए.
वहीं घायल छात्र को पास के ही होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद एम्स ट्रामा सेंटर ले जाया गया है..
एहतियातन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने जामिया, आईटीओ और दिल्ली गेट के मेट्रो गेट बंद कर दिया. दरअसल, जामिया के प्रदर्शनकारी बृहस्पतिवार को राजघाट तक मार्च करने वाले हैं. संभवत: इसी को ध्यान में रखते हुए डीएमआरसी ने ये कदम उठाया है.
इसके पहले शाहीनबाग़ में भी एक व्यक्ति ने लाइसेंसी हथियार के जरिए लोगों में भय का माहौल पैदा करने की कोशिश की थी. हालांकि, उसने गोली नहीं चलाई थी और शाहीनबाग़ में मौजूद लोगों ने समय रहते व्यक्ति को काबू में कर लिया था. मोहम्मद लुकमान नाम के इस व्यक्ति ने मंगलावर को शाहीनबाग़ के प्रदर्शनकारियों से कहा था कि ये जगह ख़ाली कर दो नहीं तो लाशें विछ जाएंगी.
ऐसी ही एक घटना दिल्ली के प्रेस क्लब के पास हुई थी जहां जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर ख़ालिद मौजूद थे. यहां हरियाणा के दो लड़के बंदूक लेकर पहुंच गए जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया. 2014 के अगस्त में हुई इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था.
आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव शाहीन बाग़ और जामिया में हो रही सीएए विरोधी प्रदर्शन अहम मुद्दों में तब्दील हो गए हैं और इन सबके बीच ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.