इंदौर: शहर के कांग्रेस कार्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में रविवार को उस वक्त अजीब स्थिति पैदा हो गई जब वहां मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगमन से ठीक पहले पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच हाथापाई हुई. चश्मदीदों के मुताबिक गांधी भवन स्थित शहर कांग्रेस कार्यालय में आयोजित समारोह में पार्टी के प्रदेश महासचिव चंद्रक्रांत कुंजीर और वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह यादव तीखी बहस के बाद हाथापाई करने लगे.
मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर दोनों नेताओं को अलग किया. चश्मदीदों ने बताया कि यादव ने कुंजीर को गणतंत्र दिवस समारोह के मंच के पास पहुंचने से रोका जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच विवाद हुआ.
#WATCH Madhya Pradesh: Two Congress leaders, Devendra Singh Yadav and Chandu Kunjir, entered into a brawl during the flag hoisting ceremony during #RepublicDay celebrations at the party office in Indore. They were later calmed down with the help of police intervention. pic.twitter.com/Q9NcEJ3Sw5
— ANI (@ANI) January 26, 2020
यह झगड़ा शांत होने के कुछ ही देर बाद कमलनाथ शहर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और उन्होंने तिरंगा फहराते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. विवाद को लेकर कुंजीर और यादव ने एक-दूसरे पर बदसलूकी और मारपीट के आरोप लगाये हैं.
चुनौतियों का डटकर सामना करेंगे कमलनाथ
देशवासियों के दिल जोड़ने को भारत और कांग्रेस दोनों की समान तहजीब बताते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 71वें गणतंत्र दिवस पर रविवार को कहा कि इस संस्कृति और संविधान के खिलाफ जाने की कोशिश करने वाले लोगों से डटकर मुकाबला किया जायेगा.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ देश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन जारी हैं. कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष भी हैं.
उन्होंने यहां गांधी भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय में तिरंगा फहराने के बाद कहा, ‘भारत के अलावा पूरे विश्व में ऐसा कोई भी देश नहीं है जहां इतनी विविधता है. हमारे यहां इतने सारे धर्म, जातियां, भाषाएं और त्योहार हैं. हमारे यहां अनेकता में एकता है जो भाईचारे की संस्कृति का फल है. इसी संस्कृति के कारण भारत एक झंडे के नीचे खड़ा है.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की संस्कृति भी लोगों को जोड़ने की संस्कृति है. हम समाज और लोगों के दिलों को जोड़ते हैं. यही हमारे भारत की संस्कृति भी है.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम संकल्प लेते हैं कि जो भी व्यक्ति हमारी इस संस्कृति और संविधान के विपरीत जाने का प्रयास करेगा, हम उसका डटकर मुकाबला करेंगे.’
उन्होंने यह संकल्प भी दिलाया कि संविधान के मूल्यों के साथ भारत की भाईचारे की संस्कृति को हमेशा मजबूत बनाया रखा जायेगा.’ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘कांग्रेस का त्याग का इतिहास है. हम आज भी देश के लिये त्याग को तैयार हैं. जो चुनौतियां आज हमारे सामने हैं, ऐसी ही चुनौतियों का हम पिछले 70 साल से सामना कर रहे हैं. हम आगे भी इन चुनौतियों का मजबूती से मुकाबला करेंगे.’
(भाषा के इनपुट के साथ)