scorecardresearch
Monday, 25 November, 2024
होमदेशबहराइच में आपत्तिजनक हालत में मिले महिला के शव की पहचान करने वाला कोई नहीं, चेहरे पर डाला गया था एसिड

बहराइच में आपत्तिजनक हालत में मिले महिला के शव की पहचान करने वाला कोई नहीं, चेहरे पर डाला गया था एसिड

एसपी बहराइच के मुताबिक, बीते शनिवार सुबह मूर्तिहा थाने के तहत आने वाले नौबना गांव के ग्रामीणों को सुबह 7 बजे के आस-पास जंगल में एक लड़की का शव मिला.

Text Size:

लखनऊ : बहराइच के नौबना गांव के जंगल में आपत्तिजनक हालत में मिले एक महिला के शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. बीते शनिवार सुबह जंगल में कुछ ग्रामीणों को एक शव मिला था, जिसके चेहरे को एसिड डालकर जलाया गया था और शरीर पर कोई कपड़ा भी नहीं था. ग्रामीण इसे दुष्कर्म के बाद जला देने का मामला बता रहे हैं तो पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहना संभव है. एसपी बहराइच गौरव ग्रोवर ने दिप्रिंट को बताया कि 24 घंटे से अधिक का समय बीतने के बाद भी अभी महिला की पहचान करने वाला कोई नहीं मिला है.

एसपी बहराइच के मुताबिक, बीते शनिवार सुबह मूर्तिहा थाने के तहत आने वाले नौबना गांव के ग्रामीणों को सुबह 7 बजे पास के जंगल में एक लड़की का शव मिला. इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. लड़की के शरीर पर कोई चोट के निशान तो नहीं दिखे लेकिन उसका चेहरा जला हुआ था. इसके बाद गांव के प्रधान मिश्रीलाल मौर्य की तहरीर पर धारा 302 और 201 के तहत हत्या की साजिश और साक्ष्य छुपाने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक जब तक पोर्स्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती तब तक रेप की पुष्टि नहीं की जा सकती. वहीं मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी टीम भी बना दी गई है. एसपी के मुताबिक, 72 घंटे बीतने पर शव का पोर्स्टमार्टम किया जाएगा.

रेप के बाद हत्या की आशंका

गांव के प्रधान मिश्रीलाल मौर्य ने दिप्रिंट को बताया कि जब लड़की का शव जंगल में मिला तो उस पर एक कपड़ा भी नहीं था और चेहरा जला हुआ था. ऐसे में रेप के बाद हत्या की आशंका भी जताई जा रही है. हालांकि, मूर्तिहा थाना के इंचार्ज अशोक कुमार का कहना है कि शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं. ऐसे में रेप का दावा करना अभी ठीक नहीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस पर कुछ टिप्पणी करना ठीक रहेगा. लड़की की उम्र 20 से 25 के बीच बताई जा रही है.


यह भी पढ़ें : योगी सरकार का फैसला, मॉब लिंचिंग में जान गंवाने वालों के परिवार को देगी मुआवजा


आसपास के जिलों में भी कोई पहचानने को नहीं तैयार

थाना इंचार्ज के मुताबिक 24 घंटे से अधिक समय बीत गया है लेकिन कोई लड़की के शव की पहचान करने वाला नहीं पहुंचा है. पुलिस ने बहराइच, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी और श्रावस्ती में गुमशदगी के केस दर्ज कराने वालों से भी संपर्क किया लेकिन कोई भी लड़की की पहचान नहीं कर पाया है. लड़की की तस्वीर का पैम्पलेट भी आस-पास के गांव में बांटे गए हैं पर कोई अभी तक आगे नहीं आया है. हमने दूसरें जिलों में पैम्पलेट भेज दिए हैं. सूचना मिलते ही हम मीडिया को भी जानकारी उपलब्ध कराएंगे.

दो हफ्ते पहले भी आया था ऐसा मामला

बता दें कि बहराइच में बीती 2 जनवरी को भी ऐसा ही एक अन्य मामला सामने आया था. जिले के जोगापुरवा गांव में एक महिला का हत्या के बाद जला हुआ शव मिला था. इस मामले में महिला के भाई की तहरीर पर पुलिस ने उसके पति समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था. अब नौबना गांव के इस मामले ने जिले में सनसनी फैला दी है.


यह भी पढ़ें : कैसे मर्दों में औरतों के चेहरे मिटा देने की इच्छा प्रबल होती है, ‘छपाक’ देर तक कानों में गूंजती रहेगी


एनसीआरबी के मुताबिक यूपी में होते हैं सबसे अधिक एसिड अटैक

नेशनल क्राइम रिकाॅर्ड ब्यूरो के आंकड़ो के मुताबिक 2014 से 2018 के बीच देश में 1483 एसिड अटैक के केस रजिस्टर किए गए जिसमें सबसे अधिक 260 केस उत्तर प्रदेश से हैं.

share & View comments