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Saturday, 16 November, 2024
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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दो आतंकवादियों के साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को पकड़ा

एक आतंकवादी की पहचान सैयद नावेद मुश्ताक के रुप में हुई है. मुश्ताक जम्मू-कश्मीर पुलिस में रह चुका है जो 2017 में हिज़बुल मुजाहिद्दीन का मिलिट्री कमांडर बन गया था.

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श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को गैलेंट्री पुरस्कार से सम्मानित एक डीएसपी को दो आतंकवादियों के साथ पकड़ा.

पुलिस सूत्रों ने पकड़े गए डीएसपी की पहचान दविंदर सिंह के रुप में की है जिसे माना जा रहा है कि इस हफ्ते केंद्र शासित प्रदेश के दौरे पर आए विदेशी राजदूतों को रीसीव करने वाले पुलिस अधिकारियों के समूह में वो भी शामिल थे. सिंह को हाल ही में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा डिवीज़न (कश्मीर डिविज़न) से तबादला कर जम्मू के पुलिस ट्रांसपोर्ट वर्कशॉप में भेज दिया गया है.

एक आतंकवादी की पहचान सैयद नावेद मुश्ताक के रुप में हुई है. मुश्ताक जम्मू-कश्मीर पुलिस में रह चुका है जो 2017 में हिज़बुल मुजाहिद्दीन का मिलिट्री कमांडर बन गया था.

दो और पुलिस सूत्रों ने सिंह के पकड़े जाने की पुष्टि की है. हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं.

सूत्र ने कहा है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले पर एफआईआर दर्ज़ नहीं किया है. पुलिस को अभी आशंका है कि सिंह इसमें शामिल है भी की नहीं.

‘पुलिस सूत्र ने कहा कि पकड़े गए डीएसपी उस ऑपरेशन में शामिल हुए हो जिससे आतंकियों को पकड़ा जा सके. अगर ऐसा नहीं है तो उनकी भूमिका की जांच की जानी चाहिए.’

सिंह का नाम 2001 में संसद पर हुए हमले के दोषी अफजल गुरू के साथ भी जोड़ा गया था जिसमें दोनों के संपर्क की बात कही जा रही थी. गुरू को 2013 में फांसी दे दी गई थी. सिंह को क्लीन चिट मिल गई थी.

तीनों को दक्षिणी कश्मीर के डीआईजी ने पकड़ा

एक सूत्र के मुताबिक शनिवार दोपहर को तीन लोगों को पकड़ा गया है जब वो कुलगाम के एक पुलिस चैकप्वाइंट से गुज़र रहे थे. सूत्र ने स्पष्ट किया कि तीनों लोगों को डीआईजी (दक्षिण कश्मीर) अतुल गोयल ने पकड़ा है.

अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के डाआईजी ने खुद ही ऑपरेशन संभाला जब आतंकवादी सैयद नावेद के कुलगाम से गुज़रने की खबर मिली.

जिस समय ये खबर प्रकाशित हो रही है तब तक दिप्रिंट द्वारा किए गए फोन पर डीआईजी ने कोई जवाब नहीं दिया. आईजीपी कश्मीर को जब फोन किया गया तो उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देकर इस पर कोई टिप्पणी नहीं की. हालांकि आईजीपी ने उन लोगों के पकड़े जाने को नकारा नहीं.

नावेद सैयद उर्फ़ नावेद बाबू

सैयद नावेद मुश्ताक की तलाश पुलिस काफी समय से कर रही थी. मुश्ताक की घाटी में काफी भूमिका थी जिसमें गैर-स्थानीय लोगों को उसने मारा और अनुच्छेद 370 के बाद दक्षिण कश्मीर को बंद रखने के लिए काम किया.

नावेद को नावेद बाबू के नाम से भी जाना जाता है. उसने 2017 में हिज़बुल मुजाहिद्दीन ज्वाइन किया थी. नावेद असल में शोपियां का रहने वाला है जो हिज़बुल का कमांडर बनकर घाटी के दक्षिणी हिस्से से काम करता है.

हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा राज्य के विशेष दर्जे को खत्म कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद वो उसने दक्षिणी कश्मीर को बंद रखने के लिए लोगों को प्रभावित किया.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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