नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के शीर्ष नेता यहां सोमवार को महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर सत्याग्रह पर बैठे और उन्होंने संविधान में लोगों को प्रदत्त अधिकारों के संरक्षण की मांग की. सत्याग्रह के दौरान सोनिया, मनमोहन और राहुल ने संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी.
सत्याग्रह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह और बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए हैं.
‘शहीद’ लोगों की शपथ लेते हैं, हम संविधान की रक्षा करेंगे
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में ‘शहीद’ हुए लोगों के नाम पर संकल्प लेते हैं कि वे संविधान की रक्षा करेंगे.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस की ओर से आयोजित ‘सत्याग्रह’ में प्रियंका ने संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी.
प्रस्तावना पढ़ने से पहले उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान मारे गए उत्तर प्रदेश के दो युवकों का उल्लेख किया.
उन्होंने कहा, ‘ बिजनौर का 22 साल का अनस कॉफी की मशीन चलाकर परिवार चलाता था. हाल में उसकी शादी हुई थी. 21 वर्षीय सुलेमान यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. उसकी मां ने कल मुझसे कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है. जो लोग इस आंदोलन में शहीद हुए हैं उन सबके नाम हम संकल्प लें कि हम संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे और इसकी रक्षा करेंगे.’
गौरतलब है कि कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए इसका खुलकर विरोध कर रही है.
बता दें कि महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस के सत्याग्रह आरंभ होने से पहले राहुल और प्रियंका ने युवाओं, छात्रों और अन्य लोगों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया था.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ और प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में सत्याग्रह का आयोजन किया है.