नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के राजगढ़ के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के बयान पर साध्वी प्रज्ञा ने शनिवार को पलटवार किया है. साध्वी ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है. 1984 मैं सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का. राहुल गांधी ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे. ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक 8 दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए.’
कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है1984 मैं सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का।@RahulGandhi ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे।ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक 8 दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए
— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 30, 2019
साध्वी ने यह भी लिखा, ‘यह है कांग्रेस के विधायक गोवर्धन दांगी दिग्विजय सिंह के खास राहुल गांधी के विचारों के पोषक और कमलनाथ सरकार के पैरोकार अहिंसा के पुजारी.’
यह है कांग्रेस के विधायक गोवर्धन दांगी दिग्विजय सिंह के खास राहुल गांधी के विचारों के पोषक और कमलनाथ सरकार के पैरोकार अहिंसा के पुजारी। pic.twitter.com/FfaEvWjmfZ
— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 30, 2019
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जला कर मारने की धमकी दी थी. मीडिया में यह बात आने के बाद उन्होंने अपने बयान पर माफी भी मांग ली थी. वहीं उन्हीं नेतृत्व में गुरुवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ब्यावरा में साध्वी का पुतला भी जलाया था.
विधायक दांगी का अपनी सफाई में कहना था कि मैं हमेशा से ही गांधीवादी विचारों का समर्थक रहा हूं. जब साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी के हत्यारे के बारे में टिप्पणी की तो उससे मैं बहुत व्यथित था. उनके बयान के विरोध में हमारी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. मेरे द्वारा दिए बयान में यदि मेरे द्वारा कुछ ऐसे शब्द निकल गए हों जिनसे किसी को ठेस पहुंची है तो इसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं.
हाल ही में लोकसभा में एक चर्चा के दौरान साध्वी ने प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को लेकर एक विवादित बयान दिया था. विपक्ष के हंगामे और मांग के बाद शुक्रवार को लोकसभा में साध्वी ने अपने बयान पर दो बार माफी भी मांगनी पड़ी. साध्वी के विवादित बयान के चलते भाजपा ने उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया. वहीं संसद सत्र के दौरान होने वाली भाजपा संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी को नहीं आने का निर्देश जारी किया था. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उनके द्वारा दिए गए बयान को निंदनीय बताया था.
यह पहली बार नहीं है कि जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ऐसा कोई बयान दिया है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने इस तरह का विवादित बयान दिया था. प्रज्ञा के इस मामले में पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि इस मामले में साध्वी ने भले ही माफी मांग ली हो, लेकिन मैं अपने मन से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाऊंगा.