भारत में ओमीक्रॉन का पहला मामला नवंबर में आया था लेकिन अभी भी हम रणनीति बनाने के लिए साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के डेटा का हवाला दे रहे हैं. मृत्यु दर, अस्पताल में भर्ती और मामलों की जनसांख्यिकी के बारे में भारत संबंधी डेटा के बिना – मुंबई को छोड़कर- हम अंधेरे में तीर मार रहे हैं. डेटा पारदर्शिता महामारी की एक आपदा है.