विस्तारा-एयर इंडिया का विलय टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के लिए स्वाभाविक और सही है. भारत को एक बड़ी, विश्व स्तरीय एयरलाइन की आवश्यकता है जो एकाधिकार या एकाधिकार बनाए बिना घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में प्रतिस्पर्धा कर सके. जिसके लिए एयर इंडिया-इंडियन एयरलाइंस का विलय से बेहतर प्रबंधन हो.