मकीवका में रूसी सैनिकों पर घातक यूक्रेनी रॉकेट हमले में करीब 63 की हत्या दिखाता है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना तकनीकी तौर पर पिछड़ गई है. पुतिन यूक्रेन के नागरिक बुनियादी ढांचे को नष्ट करना जारी रख सकते हैं लेकिन अपने देश के आर्थिक भविष्य की कीमत पर. इस युद्ध को खत्म करने के लिए पूरी दुनिया को पुतिन पर दबाव बनाना चाहिए.