निराशाजनक मतदान का सामना कर रहे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सिख समर्थकों को एकजुट करने के लिए भारत द्वारा खालिस्तान कार्यकर्ता की कथित हत्या को मुद्दा बना लिया है. एक आरएडब्ल्यू अधिकारी को निष्कासित करने से कुछ वोट मिल सकते हैं, लेकिन इससे कनाडा के हित कमजोर होंगे. ट्रूडो का खालिस्तानियों के प्रति झुकाव कनाडाई सिखों को आहत करने वाला है और दो स्वाभाविक सहयोगियों के बीच संबंध बिगाड़ रहा है.