नदियों में मृतकों के तैरते शवों के स्तब्ध कर देने वाली तस्वीरें न केवल ये बताती हैं कि हमारे शवदाह गृहों में जगह नहीं है बल्कि ये सरकारी की उदासीनता को भी दिखाती हैं. सरकार जल्दी से अस्पताल, ऑक्सीजन और वैक्सीन की क्षमता बढ़ाने में सक्षम नहीं है लेकिन लोगों को गरिमापूर्ण तरीके से दफनाने/अंतिम संस्कार में उसे आगे आना चाहिए. कम से कम इतना तो वो कर ही सकती है.