कश्मीर घाटी में हिंदुओं की हत्या जिसमें एक फार्मासिस्ट, बिहार का एक गरीब जो चाट बेचता था और 2 शिक्षक शामिल हैं, 1990 के समय की वापसी को दिखाता है. यह फिर से नाकाम होगा और ये किसी के हित में नहीं है. ये सिर्फ और सिर्फ कश्मीरियों को नुकसान पहुंचाएगा.
कश्मीर घाटी में हिंदुओं की हत्या जिसमें एक फार्मासिस्ट, बिहार का एक गरीब जो चाट बेचता था और 2 शिक्षक शामिल हैं, 1990 के समय की वापसी को दिखाता है. यह फिर से नाकाम होगा और ये किसी के हित में नहीं है. ये सिर्फ और सिर्फ कश्मीरियों को नुकसान पहुंचाएगा.