मणिपुर में आतंकियों को भीड़ द्वारा छुड़ा ले जाना, जिनमें से एक कमांडर ने 18 सैनिकों की जान ले ली थी, यह सरकार का जिम्मेदारी से पूरी तरह हाथ धो लेना है. भारतीय फोर्सेज ने जरूरत पड़ने पर कश्मीर से छत्तीसगढ़ तक ठीक इसी तरह की स्थितियों का डटकर मुकाबला किया है. इस तरह पीछे हटना राज्य की अथॉरिटी का सरेंडर करना है.