सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई ने महबूबा मुफ्ती की बेटी से पूछा कि वो इतनी ठंड में कश्मीर क्यों जाना चाहती है. यह न सिर्फ तथ्यात्मक रूप से गलत है बल्कि अनावश्यक बात है. सुप्रीम कोर्ट कश्मीर की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं को तत्परता से नहीं ले रहा है जितनी तेज़ी से इस मामले को लेना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट द्वारा ऐसे फालतू सवाल पूछना उसकी प्रतिष्ठा को कम करता है.
कश्मीर की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक बेकार हैं
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