चार साल पहले दिए फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कार्यवाही को लोगों के लिए लाइव स्ट्रीम कर दिया है. नागरिकों के बीच इससे कानूनी समझ बढ़ेगी और लिखित आदेशों और मौखिक टिप्पणियों में फर्क समझ आएगा और यह अदालत की कार्यवाही में अनुशासन भा लाएगा. तभी जब जज इसे भव्य रूप में न देखें.