लांस नायक गोपाल भदौरिया जिन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. उन्हें किसी मेडल की जरूरत नहीं है. लेकिन उनके शौर्य चक्र को डाक द्वारा भेजना भारत और उनके काम को नीचा दिखाना है. नरेंद्र मोदी सरकार ने मिलिट्री सेवा को काफी तवज्जो दी है. इस उपहास के लिए जवाबदेही तय की जाए और इसमें सुधार किया जाए.