श्रीनगर के राजभवन में एक पूर्व नौकरशाह की जगह एक अनुभवी राजनेता को भेजना स्वागत योग्य कदम है. वह जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक अनिश्चितता के माहौल से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं लेकिन नए एलजी के लिए उनका काम आसान नहीं है : विकास कार्यों के साथ जनता का विश्वास जीतना होगा और सामान्य हालात के लिए मुख्यधारा की राजनीति के लिए फिर जगह बनानी होगी.
आरबीआई ने दरों में यथास्थिति रख सही किया, लेकिन महंगाई बढ़ने के साथ इसके पास सीमित विकल्प
6% से अधिक मुद्रास्फीति और महामारी के कारण अनिश्चितता की स्थिति के बीच मौद्रिक नीति समिति ने दरों पर यथास्थिति बनाए रखकर सही किया है. लेकिन मुद्रास्फीति बढ़ने के आसार के साथ वृद्धि दर की मजबूती के लिए आरबीआई के पास सीमित विकल्प ही होंगे. सरकार को अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए राजकोषीय उपाय अपनाने की राह पर आगे बढ़ने के लिए तैयार रहने की जरूरत है.