सीडीएस बिपिन रावत का एलएसी पर चीन के खिलाफ सैन्य विकल्प का प्रयोग करने का धमकी भरा बयान नासमझी है. राजनीतिज्ञों से आम तौर पर बयानबाजी की उम्मीद की जाती है, सैन्य नेतृत्व से नहीं. एक अधिक शक्तिशाली रक्षाबल के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान, वह भी जब बातचीत के माध्यम से सीमा संघर्ष को हल करने के प्रयास जारी हैं. यह काउंटर प्रोडक्टिव है.