राहुल गांधी के ट्विटर सीईओ को लिखे पत्र, जिसमें उनके फॉलोअर्स ना बढ़ने के पीछे साजिश बताई है, में कुछ वास्तविकता हो सकती है लेकिन यह राजनीति क्रूर है. क्या एक नेता को विश्वासघात से पीड़ित और हताशा होना चाहिए?
उन्हें सबसे पहले वास्तविक दुनिया के फॉलोअर्स – सिंह, सिंधिया की चिंता करनी चाहिए. सोशल मीडिया का अनुसरण वास्तविक विश्व लोकप्रियता के लिए परिधीय है.
रेलवे भर्ती को लेकर यूपी, बिहार में हिंसक विरोध प्रदर्शन नौकरियों के संकट को दर्शा रहे हैं
रेलवे की भर्ती को लेकर यूपी और बिहार में हिंसक विरोध भारत के लिए एक दुखद प्रतिबिंब है और इससे भी ज्यादा बेरोजगारी संकट का हार्ट-लैंड, लेकिन इस संकट का हल रेलवे, पीएसयू बैंकों या सुरक्षा बलों की अधिक नौकरियों से नहीं हो सकता है. सरकारों को विनिर्माण, सेवाओं, व्यवसाय में अधिक अवसरों के सृजन की सुविधा देने की जरूरत है.