पीएम नरेंद्र मोदी की आत्मानिर्भर भारत की अपील लुप्त होती नज़र आ रही है. उनके मंत्री चीन के साथ व्यापार और वाणिज्य के बारे में अलग-अलग बात कर रहे हैं. भारत किसी भी तरह की अस्पष्टता बर्दाश्त नहीं कर सकता है, विशेष रूप से क्योंकि कोविड-19 के बाद का आर्थिक रास्ता कुछ ऐसा है जिसे दुनिया उत्सुकता से देख रही है. आत्मनिर्भरता केवल एक राजनीतिक नारा नहीं हो सकता है.