पीएम मोदी द्वारा वंशवादी राजनीति पर एक और चुभने वाला हमला कोई आश्चर्य की बात नहीं है. लेकिन यूपी में मतदान की पूर्व संध्या पर उनके 70 मिनट के इस साक्षात्कार के औचित्य पर गंभीर सवाल उठाता है, खासकर मीडिया में इसके छाए रहने के कारण. ईसी को सबको समान अवसर देने के लिए इस लूपहोल को खत्म करने की जरूरत है.