हमारे पदक विजेता पहलवानों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें भारत की छवि को खराब नहीं कर रही हैं. दुख की बात यह है कि सरकार की ओर से कोई उनकी बात नहीं सुन रहा है. यहां तक कि आईओए अध्यक्ष, जो खुद एक महिला खेल आइकन हैं, उनका मजाक उड़ा रही हैं. हमें नीरज चोपड़ा की बातों पर ध्यान देना चाहिए जिन्होंने एक सच्चे भारतीय खिलाड़ी के रूप में रास्ता दिखाया है.