scorecardresearch
Saturday, 23 November, 2024
होम50 शब्दों में मतआदेश पारित करें, विचार न दें- सुप्रीम कोर्ट की जमानत पर टिप्पणी महज प्रवचन है

आदेश पारित करें, विचार न दें- सुप्रीम कोर्ट की जमानत पर टिप्पणी महज प्रवचन है

दिप्रिंट का 50 शब्दों में महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नजरिया.

Text Size:

बिना सोचे-समझे गिरफ्तारियों और जमानत से इनकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के व्यापक पक्ष की सराहना की जाती है. लेकिन न्यायाधीशों को आदेश पारित करना चाहिए, संपादकीय नहीं. जब अर्नेश कुमार बनाम बिहार राज्य मामले में गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया जाता है तो उन्हें असहाय नहीं दिखना चाहिए. जब अधीनस्थ अदालतें बहुत कम ध्यान देती हैं तो जमानत के नियम का दावा मात्र प्रवचन होता है.

.

share & View comments