लद्दाख से वापस हटने का भारत-चीन का नया समझौता, शांति बनाए रखने, विश्वास बनाने के लिए एक स्वागत योग्य कदम है, क्योंकि बीजिंग ने डी-एस्केलेट, वापस जाने का कोई इरादा नहीं दिखाया था. एलएसी पर एक्शन को देखने और इसे अभी भी परखने की जरूरत है. भारत को सतर्क रहना होगा क्योंकि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
होम50 शब्दों में मतनया भारत-चीन समझौता आश्चर्यचकित करने वाला स्वागत योग्य कदम है, लेकिन इसे परखने की जरूरत है
