नेपाल के सुप्रीम कोर्ट का शेर बहादुर देउबा को पीएम नियुक्त करना के.पी. शर्मा ओली के लिए एक सबक है, जिन्होंने सत्ता में वापसी के लिए कुटिल हथकंडे अपनाए. नेपाल के युवा लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के अलावा, ओली के स्वार्थी अति राष्ट्रवाद ने भारत के साथ संबंधों को बर्बाद कर दिया. देउबा इस गैप को भरने वाले नजर आते हैं. अब दोनों की मरम्मत, स्थिरता प्रदान करने की जिम्मेदारी नेपाली राजनेताओं पर है.