सरकार का ये आंकड़ा कि हर एक कोविड मामला जो पकड़ में आता है उसमें 90 पकड़ में ही नहीं आ पाता में आश्चर्य की कोई बात नहीं. ये एसिंप्टोमैटिक मामले हैं. जहां तक इंफेक्शन का मामला है, दक्षिण एशिया और बाकी एशिया का पश्चिम से प्रदर्शन बेहतर है. पकड़ में न आने वाले संक्रमण पर और शोध की ज़रूरत है. इन आंकड़ों से न हमे डरना चाहिए न ही इस से संतुष्ट होना चाहिए.