देश में पिछले तीन सालों में प्राइवेट ट्यूशन लेने वाले छात्रों की संख्या में 33 फीसदी का इजाफा चिंता में डालने वाला है और हमारी शिक्षा प्रणाली की खराब होती तस्वीर है. उम्मीद है कि इसमें से कुछ महामारी के दौरान पढ़ाई के नुकसान की वजह से होगा. इसलिए अस्थाई होगा. स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों को इसपर ध्यान देना चाहिए.