पीएम नरेंद्र मोदी को उम्मीद है कि वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन संकट से इमरजेंसी एग्जिट करने के लिए मना लेंगे. जीती हुई बाजी पर दांव लगाने के बजाय, पुतिन को गंभीर प्रतिबंध मिले जिससे भारत जैसे दोस्त को भी चोट लगी.
हालांकि, इससे बाहर निकलने का मतलब है शर्मिंदगी जिसके लिए पुतिन तैयार नहीं हैं.
मोदी को उम्मीद है कि वो पुतिन को आपात स्थिति से बाहर निकलने के लिए मना लेंगे लेकिन क्या रूस हारने को तैयार है?
दिप्रिंट का 50 शब्दों में महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज नजरिया.
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