अगले पांच सालों तक आरबीआई के लिए मुद्रास्फीति के लक्ष्य को 2-6% तक बरकरार रखने का मोदी सरकार का फैसला सही है. शुरुआती पांच सालों में मुद्रास्फीति के लक्ष्य में लचीलापन सही साबित हुआ है और इसने बढ़ती मुद्रास्फीति वाली स्थिति से बचाया है. आरबीआई के लिए अब सबसे बड़ा काम है विकास और मुद्रीस्फीति के बीच संतुलन सुनिश्चित करना.