मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की उपलब्धियों का प्रचार करने में व्यस्त है. उनके पास बातें भी हैं उसके बारे में बताने को. हालांकि ये 100 दिन अर्थव्यवस्था के लिए भारत के सबसे बुरे वर्ष की तरह है. इसे बातें बना कर इसे घुमाया नहीं जा सकता. इसके लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की आवश्यकता है.