बीजेपी भले ही तेलंगाना की कालेश्वरम सिंचाई परियोजना को ‘इंजीनियरिंग चूक’ कहे, लेकिन हकीकत यह है कि कई केंद्रीय एजेंसियों ने भी इसे मंजूरी दी थी. जबकि डिज़ाइन, संचालन और रखरखाव की पहली जवाबदेही राज्य की है, लेकिन केंद्र, चुनावी मुहिम शुरू करने को लेकर इससे अपना पल्ला नहीं झाड़ सकता.