दिल्ली में विपक्षी नेताओं के साथ ममता बनर्जी की बैठकें राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभाने के उनके इरादे का संकेत देती हैं. बंगाल में बीजेपी को हराने के बाद, वह लड़ाई को दिल्ली ले आ रही हैं. विपक्षी एकता की उनकी पिच बहुत जानी-पहचानी लगती है, लेकिन 2024 के लिए उनका खेला-होगा की भविष्यवाणी बताता है कि आने वाला समय रोमांचक रहेगा.
भारत IMF की भविष्यवाणी से आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकता, तीसरी लहर से बचने के लिए टीकाकरण बढ़ाना होगा
आईएमएफ का कहना है कि इस साल भारत की अर्थव्यवस्था 9.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी. अच्छा लग रहा है, लेकिन यहां एक रियल्टी चेक की जरूरत है. यह केवल हमारे सकल घरेलू उत्पाद को दो साल पहले की स्थिति में बहाल करेगा. हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते. हम फिर से आत्मसंतोष के साथ तीसरी कोविड लहर को आमंत्रित नहीं कर सकते. टीकाकरण की गति तेज करना होगा.