जस्टिस बीवी नागरत्ना का नोटबंदी पर असहमति वाला फैसला उतना ही महत्वपूर्ण है जितना 2018 में सबरीमला मामले में पांच जज की बेंच में पूर्व जस्टिस इंदू मल्होत्रा का था. असहमति वाले फैसले महिला जजों की तरफ से आना बेंच में विविधता के मूल्य को दिखाता है. अफसोस कि बेंच में इतनी कम महिलाएं हैं.
होम50 शब्दों में मतनोटबंदी पर जस्टिस नागरत्ना के फैसले ने समूह की सोच को संतुलित किया, अफसोस कि SC में कम महिलाएं हैं
