सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम की इजाजत देने से भारत के शवदान मुहीम को बढ़ावा मिलेगा. इंतिजार अक्सर अंगों को खराब कर देता है. यह प्रथा तब से है जब बिजली उपलब्ध नहीं थी. इस आर्टिफिशियल लाइट के दौर में जो नियम चला आ रहा था अब उसका समय पूरा हो चुका है.
सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम की इजाजत देने से भारत के शवदान मुहीम को बढ़ावा मिलेगा. इंतिजार अक्सर अंगों को खराब कर देता है. यह प्रथा तब से है जब बिजली उपलब्ध नहीं थी. इस आर्टिफिशियल लाइट के दौर में जो नियम चला आ रहा था अब उसका समय पूरा हो चुका है.