एक बार जब यह महामारी खत्म होती है, तो उम्मीद है कि बाद में करने के बजाय जल्द ही, भारत को एक ईमानदार, 9/11 जैसे के कमीशन की जरूरत होगी कि हम इस हालत में पहुंचे कैसे, व्यक्तिगत जवाबदेही और प्रणालीगत अंतर को ठीक करें ताकि हम खुद को फिर से निराश न करें. हम विभाजन के बाद भारत की सबसे बड़ी आंतरिक चुनौती को लेकर कम प्रयास किए. हम इस तरह दो बार विफल नहीं हो सकते.