पोलियो से लंबी लड़ाई लड़ने और मुश्किल से इसका उन्मूलन करने के बाद भारत को इसके टीकाकरण के अभियान को कमजोर नहीं करना चाहिए. कोरोनावायरस से लड़ाई में स्वास्थ्यकर्मी लगे हुए हैं जिससे कुछ राज्यों में टीकाकरण के दूसरे चरण में देरी हो रही है. अगर ये अभियान जल्द शुरू नहीं होता है तो लाखों बच्चे जोखिम में पड़ सकते हैं.