फॉलोअर्स से ‘लव जिहादियों’ के खिलाफ हथियार जमा करने का आग्रह कर, सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने लोगों के लिए मंच देने के खतरों को दिखाया है. ठाकुर को अपनी राय रखने का हक है, लेकिन हिंसा भड़काने का नहीं. यह पहली बार नहीं है जब ठाकुर ने भाजपा को शर्मिंदा किया है. पार्टी यह सुनिश्चित करे कि यह आखिरी बार है.