हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल के निर्यात की अनुमति के लिए विपक्षी दलों द्वारा मोदी सरकार की आलोचना एक अनावश्यक विवाद है. भारत इन दवाओं का दुनिया का सबसे बड़ा निर्माता है. राष्ट्रीय मलेरिया कार्यक्रम किसी भी समय भारी मात्रा में इसका स्टॉक रखता है. भारत, जिसे दुनिया का फार्मासिस्ट कहा जाता है, कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व करने में मदद कर सकता है.