प्रधानमंत्री मोदी सही कह रहे हैं कि आने वाला दशक देश की प्रगति के लिए अहम है. पर दशक का पहला संसद सत्र तल्ख अंदाज़ में शुरू हुआ है. सरकार को हठ पर अड़े विपक्ष से बात करनी चाहिए, कृषि सुधार कानूनों पर आम सहमति बनानी चाहिए और द्वेष समाप्त करना चाहिये- संसद के भीतर और बाहर सड़कों पर भी.